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खंडवा अलीराजपुर रेल मार्ग के सर्वे के साथ क्षेत्र की जनता कर रही है रेल देखने का इंतजार,                                           

फाइनल अंतिम सर्वे मार्च में होगा पूर्ण अप्रैल में बनेगी डीपीआर एस्टीमेट,                   

एडिटर/संपादक:-तनीश गुप्ता,खण्डवा      खंडवा अलीराजपुर रेल मार्ग के सर्वे के साथ क्षेत्र की जनता कर रही है रेल देखने का इंतजार,                                            फाइनल अंतिम सर्वे मार्च में होगा पूर्ण अप्रैल में बनेगी डीपीआर एस्टीमेट,                    खंडवा।। आजादी के पूर्व से पूर्व एवं पश्चिम निमाड की जनता के साथ जनप्रतिनिधि खंडवा-आलीराजपुर व्हाया खरगोन-बड़वानी रेलमार्ग की मांग करते आ रहे हैं, इस रेल मार्ग के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ ही ताप्ती नर्मदा रेल लाइन समिति के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने भी काफी मेहनत की जिसका परिणाम रहा की देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा खंडवा अलीराजपुर रेल मार्ग के लिए करोड़ों रुपए की राशि अंतिम सर्वे के लिए प्रदान की, जिसका सर्वे कार्य अंतिम चरण में चल रहा है, समाजसेवी प्रवक्ता समिति सदस्य सुनील जैन ने बताया कि अंतिम सर्वे का शुभारंभ अलीराजपुर में रेल अधिकारियों की उपस्थिति में प्रारंभ हुआ था,जो लगातार चल रहा है अंतिम सर्वे का कार्य पूर्ण हो जाने के पश्चात इस रेल लाइन का एस्टीमेट व बजट तैयार होगा और केंद्रीय मंत्रालय द्वारा इसको स्वीकृति प्रदान की जाएगी, रेल मार्ग के लिए आंदोलनरत ताप्ती नर्मदा रेलवे लाइन समिति का प्रतिनिधिमंडल गत दिनों पश्चिम रेलवे के अधिकारियों से मिला, समिति के दामोदर अग्रवाल एवं इंजीनियर राधेश्याम पाटीदार ने बताया कि रेलमार्ग के सर्वे के लिए रेलवे द्वारा तीनरूट तय किए गए थे। बैठक में इन तीनोंरूट पर चर्चा की गई और कम दूरी, कम खर्च, कम वन क्षेत्र व कम पुल-पुलियाओं वाला एक रूट सर्वे के लिए फाइनलकिया गया है। इस रूट पर मार्च में सर्वेकी शुरुआत होगी। सर्वे के पश्चात अप्रैलमें इस प्रस्तावित रेलमार्ग की डीपीआर बनेगी। प्रस्तावित रेलमार्ग का फाइनल किया गया रूट करीब 221 किमी लंबा हैऔर प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत करीब तीन हजार करोड़ रुपए बताई जा रही है समिति अध्यक्ष दामोदर अग्रवाल ने बताया कि साल 2024-25 के बजट में खंडवा-आलीराजपुर व्हाया खरगोन-बड़वानी रेल मार्ग के सर्वे के लिए केंद्रीय रेल मंत्रालय ने 6.25 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। इस ओर पश्चिम रेलवे के अधिकारी तेजी से काम कर रहे हैं। गतदिनों हुई बैठक में सर्वे का रूट फाइनल किया है। प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि अप्रैल में डीपीआर बनने के बाद बड़ी संख्या में समिति पदाधिकारी व सदस्य दिल्ली जाकर प्रोजेक्ट के भूमिपुजन के लिए प्रधानमंत्री, रेल मंत्री आदि से मुलाकात की योजना बना रहे हैं।सबकुछ ठीक रहा तो जून में उक्त रेलमार्ग का भूमिपूजन का आयोजन होगा। समिति सदस्य सुनील जैन ने बताया कि विगत दिन और रतलाम में आयोजित बैठक में सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने इस सर्वे से जुड़े इंजीनियर श्री गुप्ता से मुलाकात की एवं उन्हें महाप्रबंधक के नाम पत्र सोंपकर जानकारी चाहिए कि अंतिम सर्वे का कार्य कब तक पूर्ण होगा, खंडवा से अलीराजपुर रेल मार्ग इस प्रकार रहेगा आलीराजपुर नानपुर,तालनपुर, कुक्षी, निसरपुर, बड़वानी,तलवाड़ा बुजुर्ग, राजपुर, वासवी,जुलवानिया, सेगांव, सतावड़, इच्छापुर,पिपरी, टेमला,टेमला, खरगोन, गवाड़ी, बेहरामपुर, सांईखेड़ी, भीकनगांव, सुंदरेल,नानखेड़ी, बरुड़ से खंडवा आउटर तक शामिल हैं, इस रेल मार्ग से गुजरात जाने के लिए 200 किमी दूरी कम होगी, इस रेल लाइन से खंडवा, खरगोन, बड़वानी का आदिवासी क्षेत्र सीधे बनारस, बड़ोदरा के मुख्य रेल मार्ग पर आ जाएगा। इससे रेलवे को गुजरात को जोड़ने के लिएभुसावल, नंदुरबार रेल रूट के विकल्प के रूप में शॉर्टकट नया रेल रूट मिलेगा।खंडवा से बड़ोदरा की दूरी करीब 200 किमी कम हो जाएगी।

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